बुदेलखण्ड के नव तीर्थ श्री बागेश्वर धाम सरकार आधुनिक धर्म तीर्थो में सर्वाधिक विख्यात हैं। इनको बुंदेलखंड के बाला जी की मान्यता भी प्राप्त है । यह धर्म स्थल बुदेलखण्ड के छतरपुर जिले में गढ़ा नामक ग्राम में स्थित है। यहाँ प्रतिमा स्वरूप हनुमानजी विधमान है। इस मंदिर की प्रमाणिक उल्लेख लगभग 1986 के समय से प्राप्त होता है इस काल में भगतों के द्वारा पहाडी स्थित मंदिर का पुनरुद्धार किया गया था। तत्पश्चात यहां संत श्री भगवान दास जी बाबा जी जिनका संबंध निर्मोही अरवाडा परम्परा से है उनका आगमन हुआ । उनके द्वारा 1989 के लगभग एक भण्डारा का आयोजन भी किया गया था। इसके पश्चात इस मंदिर में भक्तों का आना निरंतर जारी रहा। वागेश्वर धाम के नवीन परिसर निर्माण का भूमिपूजन 2016 से हुआ ।
वर्तमान में श्रीं धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के द्वारा भक्तों की समस्या निवारण हेतु दरबार लगाया जाता है। श्री धीरेन्द जी को बिना वताये भक्तों की समस्या का ज्ञान हो जाता है। और एसा माना जाता है कि बागेश्वर धाम सरकार की कृपा से उनको कष्टों से मुक्ति मिल माता है। इस दरबार मैं समस्या निवारण हेतु अर्जी लगाये जाने का नियम है। जिसमें महीने के एक दिन मे पूरे महीने के टोकन मिलते हैं। जिनमें लाल कपडे में नारियल में बांध कर अर्जी लगायी जाती है। ऐसा देखा गया है कि श्रीं धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी को मन की बात जान लेने की चमत्कारी शक्ति है। दरबार में पहुंचने वाले भक्तों को श्री बागेश्वर धाम सरकार की कृपा से लाभ होता है। यहाँ पर 2019 से यहां आजीवन निःशुल्क भण्डारा अनवरत जारी है। अपने कथा प्रवचन के माध्यम से न सिर्फ भारत मेें बल्कि व्रिटेन मे धर्म पताका फहरा रहे है।