टीकमगढ़

भगवान श्रीकृष्ण के नाम मे से एक नाम “टीकम” से नामित नगर टीकमगढ बुंदेलखंड की धरती का एतिहासिक रत्न है। प्रारम्भिक काल में तीन प्रमुख बस्तियो के त्रिकोण मे बसा होने से इसे टेहरी के नाम से भी संबोंधित किया गया । पौराणिक इतिहास के अनुसार टीकमगढ नगर के निकट स्थित वानपुर को राजा वाणासुर की नगरी माना जाता है जिसने अपनी पुत्री का विवाह श्री कृष्ण जी से किया था। ओरछा से राजा रुद्र प्रताप सिंह ने राजधानी टीकमगढ़ स्थापित की थी । प्रसिद्ध जैन तीर्थ सिद्ध क्षेत्र आहार जी भी टीकमगढ जिले में स्थित है। इस क्षेत्र मे खुदाई होने पर खड्गासन मे श्री शातिनाथ एवं श्री कुंथुनाथ की प्रतिमा स्थापित है । मोहन गढ का किला, वल्देवगढ का किला टीकमगढ की वास्तुकला के प्रमुख केन्द्र है । कुंडेश्वर महादेव टीकमगढ जिले का प्रमुख आस्था केन्द्र है।