Year: 2022

रेहली (REHLI)

बुंदेलखंड के सागर जिले की तहसील रहली का इतिहास अत्यंत प्राचीन है। इस नगर की स्थापना चन्देल कालीन मानी जाती है। तथा इसका संवध राजा राहिल से जोड़ा जाता है।…

मौदहा ( Maudaha )

मौदहा नगरपालिका हमीरपुर जिले की एक तहसील है। 1936 मे यहां जनपदीय कांग्रेस अधिवेशन में पंडित जवाहरलाल नेहरु एवं मौलाना अबुल कलाम आजाद का आगमन हुआ था। मौदहा में लगभग…

सरीला (Sarila)

. बुन्देलखण्ड केसरी राजा छत्रसाल के राज्य क्षेत्र के अंतर्गत सरीला एक जागीर के रुप दर्ज थी । जिसको कालांतर मे एक स्वतंत्र रियासत का रुप प्राप्त हुआ था ।…

राठ (rath )

राठ तहसील बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले की तहसील है। इसका इतिहास महाभारत कालीन हे। ऐसी एतिहासिक मान्यता है कि धूत में दुर्योधन से हारने पर मिले वनवास काल की पूर्ति…

महरौनी (Mahrauni)

यह ललितपुर जिले की तहसील है । इस क्षेत्र में चन्देल कालीन निर्माण प्राप्त होते हैं। इस तहसील मे स्थित नवागद (नंदगढ़ ) की स्थापना चन्देल शासक मदन ब्रहा के…

पाली (Pali)

बुन्देलखण्ड के ललितपुर जिले की एक तहसील पाली है। यह अपनी एतिहासिक महत्व के लिये प्रसिद्ध है यहां चन्देल कालीन शिव मन्दिर स्थित है। यहां नीलकंठेश्वर महादेव की प्रतिमा स्थित…

बरुआ सागर (Barua Sagar)

रानी लक्ष्मी बाई निवास करती थीबुन्देलखण्ड के झासी किले के निकट बरुआ सागर स्थित है। यहा झांसी से निकटता के साथ ग्रीष्म काल निवास हेतु बसाया गया था । यहां…

गरौठा (Grautha)

गरौठा झांसी जिले की एक तहसील है। यह नगर पंचायत भी है। इस क्षेत्र का न सिर्फ बुंदेलखंड वल्कि भारत के पौराणिक इतिहास मे महत्वपूर्ण स्थान है। हिन्दू धर्म के…

मोंठ (Moth)

यह झांसी जिले की एक तहसील है। इसका संवंध गोस्वामी शासकों की परम्परा से रहा है। जो कि शंकराचार्य परम्परा के सन्यासी थे । जिन्होंने कालान्तर मे शस्त्र धारण किये…

मऊरानीपुर (Mauranipur)

भारत की सबसे बड़ी तहसील के रूप में विख्यात मउरानीपुर बुन्देलखण्ड के झाँसी जिले के अंतर्गत आता है । इसे प्राचीन काल में मधुपुरी के नाम से जाना जाता था…

महाराजपुर (Maharajpur)

बुंदेलखंड के छतरपुर जिले मे महाराजपुर अपनी पान की कृषि के लिये विख्यात है। यहा का देशी बंगला पान अपने स्वाद के लिये जाना जाता है। एसा माना जाता है…