Month: October 2022

नृत्य महोत्सव खजुराहो

नटराज शिव जहों मतंगेश्वर महादेव के रूप में विराजित है।ऐसा माना जाता है कि शास्त्रीय नृत्य हिंदू मंदिरों से निकला है वहीं इसको परिपक्वता प्राप्त हुई है इसी परम्परा को…

चर्तुमठ परम्परा

आइये जानते हैं चर्तुमठ परम्परा के बारे में आदि शंकराचार्य ने देश की चारों दिशाओं में चार मठ की स्थापना की थी,वे क्यों बनाये गये आइये जानते हैं । यह…

बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham)

बुदेलखण्ड के नव तीर्थ श्री बागेश्वर धाम सरकार आधुनिक धर्म तीर्थो में सर्वाधिक विख्यात हैं। इनको बुंदेलखंड के बाला जी की मान्यता भी प्राप्त है । यह धर्म स्थल बुदेलखण्ड…

नवधा भक्ति

नवधा भगति कहउँ तोहि पाहीं। सावधान सुनु धरु मन माहीं॥प्रथम भगति संतन्ह कर संगा। दूसरि रति मम कथा प्रसंगा॥4॥भावार्थ:- मैं तुझसे अब अपनी नवधा भक्ति कहता हूँ। तू सावधान होकर…

राष्ट्रीय कजली महोत्सव,महोबा

चन्देल वंश राजा परमर्दि देव और दिल्ली सम्राट पृथ्वीराज चौहान के मध्य हुये युद्ध के कारण कजली का विसर्जन एक दिन रुका रहा । दूसरे दिन भुजरियां विसर्जित हुयी ।…

राष्ट्रीय रामायण मेला, चित्रकूट

बुंदेलखंड के पावनतम तीर्थों में से एक चित्रकूट में रामायण मेला का आयोजन किया जाता है। इस आयोजन की परिकल्पना महान समाजवादी श्री राम मनोहर लोहिया जीं ने की थी।…

आयुर्वेद महोत्सव, झाँसी

बुंदेलखंड मे आयुर्वेद वैधो की समृद्ध परंपरा रही है एवं औषधि का देशज ज्ञान लोक चेतना सहज अंग है। कोरोना महामारी के काल में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को…

बुंदेली उत्सव,बसारी

लोक संस्कृत्ति के प्रचार प्रसार में लोक की रुचि पूर्ण भूमिका के श्रेष्ठ उदाहरणों में से एक बसारी में प्रति वर्ष आयोजित होने वाला बुदेली उत्सब है। बसारी ग्राम छतरपुर…

बुंदेलखंड लिटरेचर फेस्टिबल

काव्य कुल रत्न तुलसी दास जी , महाकवि केशवदास जी, राष्ट्र कवि मैथली शरण गुप्त जैसे अनगिनत महान साहित्यकारों की धरती बुंदेलखंड में सादित्य सृजन की समृद्ध परंपरा रही है।…

महोबा

चंदेल वंश की राजधानी वीर भूमि महोबा का बुंदेलखंड के इतहास में महत्वपूर्ण स्थान है। महोबा को अपनी उत्सवधर्मिता के कारण महोत्सव नगरी के नाम से जाना जाता था। जो…