स्वतंत्रता संग्राम के अमर संघर्ष में बुदेंलखण्ड का अप्रतिम योगदान रहा है। इसके कोने कोने से रणबाकुरों ने ब्रिटिश हुकूमत से लोहा लिया। ओरछा नरेश रामशाह की वंश परम्परा में मोंड प्रहलाद के पुत्र के रूप में मर्दन सिंह जू का जन्म हुआ। इनका प्रारम्भिक जीवन बडे ही अभाव में गुजरा। इन्होनें अदम्य साहस का परिचय देते हुये सेना एकत्रित कर संघर्ष करना प्रारभ किया । इससे इन्हे तत्कालीन चंदेरी राज्य का तिहाई भाग प्राप्त हो गया । किन्तुं यह यह बुदेंलखण्ड के लिये अराजकता का काल था । ऐसे में राजा मर्दन सिंह जू देव ने सैकड़ों डकैतों को जीवित गिरफ्तार कर अंग्रेजों की हिरासत में दे कर शांति स्थापित की । इससे अंग्रेजों से भी इनकी मित्रता हो गयी। कालान्तर मे अपने उधम से इन्होने संपूर्ण चंदेरी एवं तालबेहट पर अधिकार करा लिया । उनके इस शासन को अंग्रेजों की सहमति भी प्राप्त थी।
महाराज मर्दन सिंह ज़ू देव स्वतंत्रता प्रिय शासक थे। वह ज्यादा दिन तक अंग्रेजों के जाल में नही फसे। वह झासीं की रानी लक्ष्मीबाई से अत्याधिक प्रभावित हुये और इन्होंने लक्ष्मीवाई जी का साथ देने का निश्चय किया। और अत तक उन्ही के लिये युद्ध किया । इन्होंने प्रसिद्ध रहस मेला का प्रारभ अपने राज्याभिषेक के समय से किया। स्वतंत्रता संग्राम के समय यह मेला क्रांति की योजना बनाने का मुख्य केन्द्र हुआ करता था। इस पशु मेला मे विभिन्न राज्यों के राजा खरीददारी करने आते थे । इसी दौरान अंग्रेजों के खिलाफ क्रातिं का आधार तैयार होता था। इसी रहस्य के कारण इस मेले का नाम रहस मेला हुआ। आज भी यह मेला जारी है। अंग्रेजो से संघर्ष करते हुये १८५८में गिरफ्तार हुये किंतु गुलामी की शर्त पर शासक बनाना स्वीकार न करके बर्षों जेल में किताते हुये अपने प्राण विसर्जित किये। काति के इतिहास मे मर्दन सिंह जू देव का नाम अविस्मरणीय है।
Undeniably imagine that which you stated.
Your favorite reason appeared to be on the net the simplest thing to be mindful of.
I say to you, I definitely get irked whilst other people consider worries that
they plainly don’t recognize about. You controlled to hit the nail upon the highest and also defined out the entire thing with no need
side effect , people can take a signal. Will likely be back to get more.
Thank you
Undeniably imagine that which you stated.
Your favorite reason appeared to be on the net the simplest thing to be mindful of.
I say to you, I definitely get irked whilst other people consider worries that
they plainly don’t recognize about. You controlled to hit the nail upon the highest and also defined out the entire thing with no need
side effect , people can take a signal. Will likely be back to get more.
Thank you
Thank you for the good writeup. It in fact was a amusement account it.
Look advanced to far added agreeable from you!
However, how can we keep up a correspondence?