दमोह जिले की पथरिया तहसील एक प्रसिद्ध प्राचीन व्यापारिक केन्द्र था। प्राचीन काल मे यह असलाना नामक गाव के पास बस्ती थी। जिसकी न सिर्फ प्रसिद्धी बल्कि व्यापार भी दमोह नगर अधिक था। यहा के असलाना नामक स्थान में एक बड़ी व्यापारिक हार लगा करती थी कुटीर उधोग एवं हस्तशिल्प का यहा बहुत वडा बाजार था। यह नगर अपनी सम्पन्नता के लिये जाना वाता था। यहां सात प्रकार के बाजार लगाये जाने का उल्लेख है। इस बस्ती के उजड़ने का प्रमुख कारण महामारी का प्रसार था । जिससे यहां के कारीगर विभिन्न शहरो को पलायन कर गये थे।
इसके अतिरिक्त वर्तमान में जैन गणाचार्य श्री विराग सागर जी महाराज के प्रेरणा स्वरूप एक कमल के आकार का मंदिर का निर्माण एवं तीस फीट की एक शिला निर्मित तीन मूर्ति एवं चौवीस तीर्थकरी का भी निर्माण कार्य चल रहा है। जो कि भविष्य में इस क्षेत्र के विकास के अवसर खोलेगा ।