Category: बुंदेली-पर्यटन

कालपी (kalpi )

कालपी बुन्देलखण्ड की एतिहासिक नगरी के रुप में प्रतिष्ठित है। इसे बुन्देलखण्ड का द्वार भी कहा जाता है। इस का प्राचीन नाम कालप्रिया नगरी था। पुरातत्व विभाग के द्वारा इस…

कोंच ( Konch )

बुंदेलखंड के जालौन जिले की एक तहसील है। इसका एतिहसिक परिपेक्ष्य शुंगकालीन है। इसके पश्चात सभी राजवशों ते यहाँ शासन किया इस क्षेत्र के इतिहास मे मुख्य कुत बुद्धीन एबक…

माधौगढ (Madhogarh )

बुंदेलखण्ड के जालौन जिले की एक तहसील माधौगढ़ एक रोचक इतिहास की साक्षी है। माधौगढ़ तहसील का प्राचीन नाम रौनी जू था। यहाँ का रामेश्वर शिवलिंग दक्षिण भारते के तीर्थ…

लिधौरा (Lidhora)

बुदेलखंड के टीकमगढ़ जिले की तहसील लिधौरा है। यह तहसील धार्मिक रुप से समृद्ध परम्परा रखती है। इनमें से एक परम्परा यह है कि यहाँ किला मन्दिर भे श्री ठाकुर…

पलेरा (Palera )

पलेरा बुंदेलखंड के टीकमगढ़ जिले की एक तहसील है। यहाँ के घूरा ग्राम में माता हिंगलाज मंदिर स्थित है। यद मंदिर स्थानीय लोगों की आस्था क केन्द है। हिंगलाज माता…

खरगापुर (Khargapur

खरगापुर तहसील बुन्देलखण्ड के टीकमगढ किले की एक तहसील है । इतिहास के प्रत्येक काल खंड मे प्राप्त होते है। बुन्देला शासकों ने भी इस क्षेत्र पर दीर्घ काल शासन…

बल्देवगढ (Baldevgarh)

बुंदेलखंड के टीकमगढ़ जिले की एक तहसील बल्देवगढ है। यह जैन धर्म के उपासना स्थलो का एक केन्द्र है। इसके साथ ही वल्देवगढ का किला भी स्थापत्य का एक उद्भुत…

मोहनगढ (Mohangarh)

बुन्देलखण्ड के टीकमगढ जिले में मोहनगढ़ नामक तहसील है। इसका नाम मोहनगढ भी श्रीकृष्णजी के नाम मोहन के आधार पर रखा गया था। यहाँ एक किला बुन्देला राजा श्री उदैत…

जतारा (Jtara)

बुंदेलखंड के टीकमगढ की जतारा तहसील एतिहासिक रुप से समृद्ध रही है। इसका उल्लेख हमें मौर्य कालीन इलाहावाद के शिलालेखों तथा श्री भोयरा जी अभिलेख में प्राप्त होता है ।…

सेवढ़ा (Sevdha)

भारत के सभी तीर्थों का भांजा कहे जाने वाले सेवडा (सनकुआ धाम ) दतिया जिले की एक तहसील है। इसको भारत के आध्यात्मिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान है। सृष्टि…

वडौनी (Badoni)

बुंदेलखंड के दतिया जिले की तहसील के रूप में स्थापित है। इस स्थान का बुन्देलों के इतिहास मे एक महत्वपूर्ण स्थान है। यहाॅ स्थित छोटी बडोनी में स्थापित किले में…

मऊ (Mau)

चित्रकूट जिले की मऊ तहसील प्राचीन स्थल है। यहाँ का लोहरी का किला स्थापत्यकला का श्रेष्ठ उदाहरण है। इस किले का इतिहास में बौद्ध धर्म की भी उपस्थिति ध्यान स्थल…

मानिकपुर (Manikpur)

चित्रकूट जिले की तहसील मानिकपुर राजा माणिकचंद्र के नाम पर आधारित हैं। यहा पाठा के जंगल मे लगभग २० लाख वर्ष प्राचीन शैल चित्र सरहर में प्राप्त हुये है ।…